रविवार, 22 फ़रवरी 2015

परियों से भी सुंदर रानी बिटियाँ



परियों से भी सुंदर रानी बिटियाँ

परियों के देश से आई, नन्ही सी परी
प्यार का तोफ़हा लाई नन्ही परी
चाँद कहाँ इतना सुंदर है
सुंदर सलोनी जितनी गुड़ियाँ रानी है
फूलो सी कोमल,
किरणों सी मधुर मुस्कान
है रानी बिटियाँ की
तितली सी उड़ती रहती,
कभी इधर कभी उधर
मटक मटक कर नाचे,
देखो जादू की पुड़िया सी
खिली खिली गुलाबी सुबह की धूप सी
बिखेर जाती हजारो खुशियाँ
घर और घर के आँगन में
चिड़ियाओं सी चहके, कोयल सी कुहके
फूलो से भी सुंदर आए तुम पर बहार
खुशबू और हंसी से तुम्हारी
घर आँगन खिला रहे तुमसे
बगियाँ महके घर भर की,
सोने से भी अनमोल, मेरी सोना परी
परियों से भी सुंदर रानी बिटियाँ है

मेरी ही नहीं ये तो सब की ही प्यारी बिटियाँ है 
*** सौण परी 


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें