रविवार, 22 फ़रवरी 2015

अटल बिहारी वाजपेयी

अटल बिहारी वाजपेयी
नाम बहुत पहचाना है
राजनेता तो बहुत हुए
कवि रूप में, मर्म
कोमल भावनाओं का
सदा उसने ही जाना है
चाह नही, उसे
निज जीवन सुख की,
मातृ सेवा ही प्रथम भाव
नही लोभ सत्ता का
स्पष्ट, सपाट वाणी ही
आवाज, निश्छल मन की
दोस्त तो, और दुश्मन भी
उसके हुए है कायल
अटल ही, है वो
अटल इरादे रखने वाला
छवि निराली उसकी है
अर्जुन की भांति, कृष्ण मार्ग पर
राष्ट्र हित में चलने वाला
व्यक्तित्व और कलम के
धनी बहुत है अटल बिहारी
भारत रत्न के सच्चे, 
वो है अधिकारी *** सौण परी
 
 


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